An Unbiased View of bhairav kavach

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नैॠत्यां क्रोधनः पातु उन्मत्तः पातु पश्चिमे ।

चाग्नेयां च रुरुः पातु दक्षिणे चण्ड भैरव: । ।

आग्नेयां च रुरुः पातु दक्षिणे चण्डभैरवः

ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः ।

विचरन् यत्र कुत्रापि विघ्नौघैः प्राप्यते न सः

सम्पूजकः शुचिस्नातः भक्तियुक्तः समाहितः ।

ऊर्ध्वं पातु विधाता च पाताले नन्दको विभुः ।

ऊर्ध्वं पातु विधाता च पाताले नन्दको विभुः । 

ॐ हृीं विश्वनाध: सदा पातु सर्वाँगम मम सर्वधा

It is said that chanting this kavach will safeguard you like an armour from black magic, tantra spells, and almost every other enemy assaults. Get Kaal bhairav Brahma Kavach in Hindi lyrics in this article and chant it with devotion.

 



अनेन कवचेनैव रक्षां कृत्वा विचक्षणः।।

आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज website आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।

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